उन्होंने कहा कि उनका असल कद क्या है यह सभी को पता है।
2.
नाटक ही एक ऐसी जगह है जहां कलाकार अपने असल कद में दिखता है।
3.
सब जान चुके हैं कि ये तो गुब्बारा साहब थे जो लट्ठा भर फैले थे और असल कद इनका दो अंगुल भी न था।
4.
यह भाजपा में मोदी के असल कद का अहसास करा रहा था जब गुजरात जीतने के बाद दिल्ली के दफ्तर और तोरण दुर्गो में लगे बड़े बड़े कद के “ ब्रांड मोदी ” वाले पोस्टर मोदी की भारी जीत की गवाही दे रहे थे ।